रेसट्रैक प्लाया : प्राकृतिक सौन्दर्य पर बेहद खतरनाक
सामान्यत: प्रकृति की गोद में सौन्दर्य का बोध होता है लेकिन दुनिया के असंख्य स्थल इस मिथक या भ्रम को तोड़ते दिखते हैं।
जी हां, अमेरिका रेसट्रैक प्लाया दुनिया का सबसे खतरनाक स्थान माना जाता है। सामान्यत: इसे दुनिया में डेथ वैली के तौर पर पहचाना-जाना जाता है।
दुनिया के सबसे गर्म स्थानों में शुमार होने वाले 'रेसट्रैक प्लाया" में कहीं कोई जन-जीवन नहीं है। 'रेसट्रैक प्लाया" तो छोडिए आसपास भी कहीं कोई जनजीवन नहीं दिखता। यहां कहीं कुछ यदि चलायमान है तो 'पत्थर" ।
जी हां, सौन्दर्य बोध से परिपूरित 'रेसट्रैक प्लाया" में पत्थर स्वत: चलायमान होते हैं। रेसट्रैक प्लाया डेथ वैली में मौजूद पत्थर श्रंखलाओं को कभी एकल तो कभी समूह में चलते देखा व महसूस किया जा सकता है। यह दशा-दिशा अचरज-अजूबा या आश्चर्य से कम नहीं लेकिन यह हकीकत है। अमेरिका का रेसट्रैक प्लाया डेथ वैली देश-दुनिया में चर्चा एवं कौतुहल का विषय बना हुआ है।
यह डेथ वैली अमेरिका का एक अतिविशालतम रेगिस्तान है। यह पूर्वी कैलिफोर्निया इलाके में आता है। यह मोजावे रेगिस्तान का हिस्सा है। उत्तरी अमेरिका के सबसे निचले शुष्क एवं गरम स्थानों में से एक है। समुद्र तल से करीब 282 फुट नीचे आंकलित यह इलाका अपनी विशिष्टताओं के कारण ख्याति रखता है। विशेषज्ञों की मानें तो डेथ वैली पश्चिमी गोलार्ध में सर्वाधिक तापमान का रिकार्ड रखता है।
खास यह है कि पत्थर श्रंखला तापमान के दबाव एवं रसायनिक कारणों से स्वयं कम्पित एवं चलायमान होती है। कई बार यह पत्थर श्रंखला या एकल पत्थर हमलों की मुद्रा में आ जाते हैं। ऐसा तापमान के दबाव एवं रसायनिक कारणों से होता है।
ऐसे में बचाव करना असंभव हो जाता है। लाजिमी है कि पत्थरों के हमलों से जान जोखिम में पड़ जाती है। कैलिफोर्निया एवं नेवादा की सीमा वाले इलाके में स्थित यह डेथ वैली अपने आगोश में प्रकृति का सौन्दर्य में समेटे है।
इस डेथ वैली को अमेरिका में नेशनल पार्क का दर्जा भी हासिल है। पूर्व दिशा में अमार्गोसा रेंज है तो पश्चिम में पैनामिंट रेंज है। सिल्वानिया एवं आउल्सहेड की पर्वत श्रंखला भी उत्तर एवं दक्षिण सीमाओं पर है। करीब 7800 वर्ग किलोमीटर के दायरे वाले इस खतरनाक डेथ वैली को देश-दुनिया के बाशिंदे नजदीक से देखने की इच्छा रखते है लेकिन खतरों को भांप कर दूर ही रहना मुनासिब समझते हैं।
विशेषज्ञों की मानें तो डेथ वैली में पत्थरों की शक्ल में 'सॉल्ट पैन्स" फैले हुये हैं। डेथ वैली में यह 'सॉल्ट पैन्स" रसायनिक एवं प्राकृतिक देन है। भूवैज्ञानिकों की मानें तो यहां कभी झीलों का इलाका था लेकिन समुद्री झीलों का यह इलाका धीरे-धीरे सूखता गया। काफी लम्बे समय में यह रेगिस्तान में तब्दील हो गया।